वाराणसी में गंगा पार रेती पर काशी के मंदिरों की तर्ज पर बनकर तैयार टेंट सिटी का शुक्रवार को लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने के बाद इसके द्वार अब सैलानियों के लिए खुल गए हैं। 15 जनवरी से पर्यटक यहां ठहरने के लिए आने शुरू हो जाएंगे। पीएम के लोकार्पण के बाद पूरे दिन टेंट सिटी तक पहुंचकर उसकी छटा निहारने वालों की होड़ लगी रही। शाम को रेत पर खूबसूरत लाइट के बीच इसकी चकाचौंध सैलानियों के मन को लुभा रही है। रेत पर बसाए गए टेंट सिटी में धर्म और अध्यात्म का समावेश किया गया है।
यहां सैलानियों को सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक में बनारसी स्वाद का आनंद मिलेगा। सुबह से शाम तक यहां बनारस घराने के संगीत की गंगा भी बहती रहेगी। यहां मांस मदिरा पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। गंगा पार रेती पर पांच सितारा होटल की सुविधाओं को समाहित किए टेंट सिटी पर सैलानियों को बिल्कुल अलग अहसास होगा। नाव से आवागमन के साथ ही काशी विश्वनाथ में दर्शन पूजन और हर दिन गंगा आरती में शामिल होने का मौका मिलेगा।
काशी विश्वनाथ धाम के बाद टेंट सिटी देसी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनकर उभरी है। टेंट सिटी के जीएम गौरव पांडेय के मुताबिक टेंट की 15 से 20 जनवरी तक की बुकिंग फुल हो चुकी है। सर्वाधिक बुकिंग दक्षिण भारतीय पर्यटकों ने की है।
टेंट सिटी के अधिकारियों के मुताबिक 70 फीसदी घरेलू पर्यटक (भारतीय) और 30 फीसदी विदेशी पर्यटकों ने बुकिंग कराई है। 70 फीसदी भारतीयों में करीब 55 फीसदी दक्षिण भारतीय हैं। 30 फीसदी विदेशी पर्यटकों में यूके, यूएसए, कनाडा, जर्मनी के यात्री शामिल हैं। टेंट सिटी काशी की सभ्यता, संस्कृति के रंग में रंग गई है। यहां पर्यटकों को काशी की आध्यात्मिकता का आभास होगा।
टेंट सिटी में रुकने के लिए पर्यटकों को छह हजार से 30 हजार रुपये तक भुगतान करना होगा। 15 जनवरी से ऑनलाइन बुकिंग के लिए वेबसाइट पर 15 दिसंबर से बुकिंग शुरू हो गई है। टेंट सिटी में पर्यटक डीलक्स, सुपर डीलक्स, प्रीमियम और गंगा दर्शन विला में बुकिंग करा सकते हैं। अलग अलग कॉटेज में अलग-अलग लग्जरी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
टेंट सिटी में गंगा स्नान के लिए जेटी पर कुंड की व्यवस्था है। वॉच टावर से गंगा और उसके पार का नजारा भी दिखेगा। बनारसी खान पान के अलावा यहां बनाया गया डाइनिंग हॉल सभी सुविधाओं से युक्त होगा। इसमें एक बार में 800 लोग मौजूद रह सकते हैं।