ट्रैफिक क्लीयरेंस ड्यूटी पर था एएसआई गोपाल दास, जानबूझकर और तय करके की गई मंत्री नाबा किशोर दास की हत्या: प्राथमिकी

ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नाबा किशोर दास की रविवार को अस्पताल में मृत्यु हो गई। उनके उपर चलाई गई गोलियों में से एक उनके शरीर में प्रवेश कर बाहर निकल गई थी, जिससे हार्ट और बाएं फेफड़े में काफी ज़्यादा बुरा प्रभाव पड़ा और ज़्यादा पैमाने पर आंतरिक रक्तस्राव हुआ था। नबा किशोर दास दास की हत्या के चौबीस घंटे बाद भी पुलिस अपराध के पीछे के मकसद का पता नहीं लगा पाई है।

एफआईआर में क्या लिखा है? 

रविवार दोपहर करीब 12.15 बजे मंत्री की कार भवन के पास रुकी और वह वाहन से उतर गए। स्वैन ने प्राथमिकी में कहा है, “अचानक, एएसआई दास ने अपनी सर्विस पिस्टल से मंत्री को निशाना बनाते हुए उन्हें मारने के स्पष्ट इरादे से बहुत करीब से गोली चला दी।” प्राथमिकी के अनुसार, स्वैन और कांस्टेबल के सी प्रधान ने गोपाल दास को पकड़ लिया था, आरोपी एएसआई ने दो और राउंड फायर किए। दूसरे राउंड की फायरिंग में कथित तौर पर स्वैन के हाथ में चोट लग गई थी। आरोपी एएसआई गोपाल दास को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है, पुलिस हत्या के पीछे की मंशा पर चुप है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि गोपाल दास का सेवा रिकॉर्ड साफ-सुथरा है और उन्हें पूर्व में अपने काम के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। पुलिस ने कहा, “यह एक स्पष्ट मामला है जहां आरोपी स्वीकार कर रहा है कि उसने अपराध किया है। हम आरोपी को रिमांड पर लेकर डिटेल पता करने की कोशिश करेंगे। ज्यादा से ज्यादा सबूत जुटाकर और चश्मदीदों से पूछताछ कर वैज्ञानिक तरीके से जांच करने की कोशिश की जा रही है।”

 

अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अरुण बोथरा ने दिया बयान

अरुण बोथरा ने कहा, “हम चाहते हैं कि अपराधी को सजा मिले। हम सभी एंगल से जाँच कर रहे हैं। मैं इस वक्त कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हूं। हम पुष्टि कर रहे हैं कि क्या उन्हें कोई मानसिक बीमारी है, जैसा कि उनकी पत्नी ने दावा किया है। उनके सर्विस रिकॉर्ड में ऐसा कोई जिक्र नहीं है।” गोपाल दास से पूछताछ करने वाले बोथरा ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या एएसआई की नाबा दास के साथ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी थी या ये कही बड़ी साज़िश तो नहीं। क्राइम ब्रांच की टीम ने फोरेंसिक/बैलिस्टिक विशेषज्ञों के साथ घटनास्थल का दौरा किया। गोपाल दास का फोन, एक नाइन एमएम पिस्टल और तीन राउंड कारतूस जब्त किए गए हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा, इन्हें बैलिस्टिक जांच के लिए भेजा जाएगा। मारे गए मंत्री का विसरा आगे की जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है। राज्य सरकार ने उड़ीसा उच्च न्यायालय से अपराध शाखा की जांच की निगरानी के लिए एक वर्तमान/सेवानिवृत्त न्यायाधीश या एक जिला न्यायाधीश नियुक्त करने के लिए कहा है। ब्रजराजनगर के प्रभारी निरीक्षक प्रद्युम्न कुमार स्वैन द्वारा दायर प्राथमिकी के अनुसार, गांधी चौक चौकी पर तैनात गोपाल दास, को मंत्री के लिए “यातायात निकासी ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था।” मंत्री क्षेत्र में एक कार्यालय का उद्घाटन करने वाले थे। बेरहामपुर में गोपाल दास का घर सोमवार को बंद पाया गया था, उनकी पत्नी जयंती ने कुछ स्थानीय पत्रकारों को बताया कि वे गंजम में अपने गांव में थे। “अगर क्राइम ब्रांच हमसे कोई जानकारी मांगती है, तो हम सहयोग करेंगे।

नाबा दास का हुआ अंतिम संस्कार

इस बीच, सोमवार को झारसुगुड़ा के पास खेरुल में नाबा दास का अंतिम संस्कार किया गया। ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को भुवनेश्वर में दिवंगत मंत्री के आधिकारिक आवास पर अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। बाद में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए झारसुगुड़ा ले जाया गया।

 

 

 

nirakarnews
Author: nirakarnews

Leave a Comment

संबंधि‍त ख़बरें

gold silver price

Weather

ताजा समाचार